ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से डरे
ताकि हॅसते हुये निकले दम
ऐ मालिक..........................
ये अन्धेरा घना सा छा रहा तेरा इन्सान घबरा रहा
हो रहा बेखबर कुछ न आता नजर
सुख का सूरज छिपा जा रहा
है तेरी रोशनी मे वो दम
तू अमावस को कर दे पूनम नेकी
ऐ मालिक........................
बड़ा कमजोर है आदमी
अभी लाखों है इसमे कमी
पर तू जो खड़ा है दयालू बड़ा
तेरी कृपा से धरती थमी
दिया तूने हमे जो जनम
तू ही झेलेगा हम सबके गम नेकी
ऐ मालिक.................................
जब जुल्मों का हो सामना
तब तू ही हमे थामना
वो बुराई करे हम भलाई करें
नहीं बदले की हो भावना
बढ़ चले प्यार का हर कदम
और मिटे बैर का ये भरम नेकी
ऐ मालिक......................
हे शारदे मा हे शारदे मा
अज्ञानता से हमे तार दे मा
हे शारदे मा हे शारदे मा
तू स्वर की देवी ये संगीत तुझसे
हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम है, अकेले हम है अधूरे
तेरी शरण हम, हमे तार दे मा
हे शारदे मा हे शारदे मा
ऋषियो ने समझी गुनियो ने जानी
वेदो की भाषा पुरानों की बानी
हम है अकेले हम है अधूरे
विघा का हमको अधिकार दे मा
हे शारदे मा हे शारदे मा
तू श्वेत वर्णी कमल पे विराजे
हाथो मे वीणा मुकुट सर पे साजे
मन से हमारे मिटा दे अन्धेरे
हमको उजालो का संसार दे मा
हे शारदे मा शारदे मा